उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल से एक ऐसी खबर है जिसे सुनकर आप भी उस व्यक्ति के जज्बे और हौसले को सलाम तो करेंगे ही साथ ही जिस प्रयोजन से वो ये कार्य कर रहे हैं उसकी गंभीरता को भी आप समझ पाएंगे,हम बात कर रहे हैं पौड़ी गढ़वाल के सबदरखाल के लक्ष्मण सिंह बुटोला की जिन्होंने गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने की अनूठी पहल शुरू की है।
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15 मार्च को पौड़ी जिले के सबदरखाल से 58 वर्षीय लक्ष्मण सिंह बुटोला ने गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने के लिए ऐसी यात्रा करने का संकल्प लिया है जिसे किसी की भी सोच से परे है,लक्ष्मण बुटोला ने सबदरखाल से केदारनाथ धाम तक 170 किमी की लम्बी यात्रा को दंडवत पूरी करने का संकल्प लिया है।
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लक्ष्मण सिंह बुटोला की ये दंडवत यात्रा एक तरफ उनके जूनून की कहानी है तो दूसरी तरफ वो इस यात्रा के पड़ावों में आम-जनमानस को भी इससे सन्देश देने का काम कर रहे हैं,गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने के साथ ही वो उत्तराखंड के पलायन ,भू-कानून में संसोधन जैसे कई सन्देश अपनी यात्रा के दौरान आम जनमानस को दे रहे हैं।
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उनकी इस यात्रा का आम-जनमानस ने समर्थन किया है और उन्हें पूरा समर्थन देने की अपील भी की है,लक्ष्मण सिंह बुटोला ने आग्रह लाइव वीडियो के जरिए आग्रह भी किया है कि जो उनकी इस यात्रा में शामिल होना चाहते हैं उनका स्वागत है।लक्ष्मण सिंह बुटोला सबदरखाल होते हुए खोला चौरी ,घुडदौड़ी, पौड़ी होते हुए बुआखाल,खिर्सू और फिर खांकरा रुद्रप्रयाग होते हुए केदारनाथ धाम पहुंचेगे।
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जिस तरीके से भारत में गौ हत्या के मामले आए दिन आते हैं ऐसे में लक्ष्मण बुटोला की ये दंडवत यात्रा गौ माता के संरक्षण में अहम् भूमिका निभा सकती है और इससे ये सन्देश भी पहाड़ों से पूरे देश में जाएगा कि लक्ष्मण बुटोला जैसे इंसान भी इसी दुनिया में रहते हैं जो 58 वर्ष की उम्र में भी समाज का बीड़ा उठाए हुए हैं,हजारों मुश्किलों की जानकारी होने के बाद भी लक्ष्मण सिंह बुटोला ने समाज को प्रेरित करने के लिए ये कदम उठाया है।इस यात्रा को पूरा करने में करीब 2 -3 महीने लगेंगे और उम्मीद है कि केदारनाथ यात्रा प्रारम्भ होने से पूर्व वो केदारनाथ धाम पहुँच जाएंगे।
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