कहते हैं न जब आप कुछ करने की ठाने तो आपको कोई नहीं रोक सकता बस आपका विश्वास न डगमगाए,इन्हीं शब्दों को हकीकत में बयां करती हैं पिथौरागढ़ की शीतल उत्तराखंड के पिथौरागढ़ की 23 वर्षीय युवती शीतल राज ने बृहस्पतिवार को विश्व की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह कर लिया। पिछले साल अपने पहले अभियान में कंचनजंघा पर्वत को फतह करने वाली शीतल की यह दूसरी बड़ी उपलब्धि है।
उत्तराखंड की शीतल ने दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट पर गुरुवार को तिरंगा फहराने में कामयाबी हासिल की। शीतल ने गुरुवार सुबह 6 बजे माउंट एवरेस्ट पर पहली बार अपने कदम रखे। करीब 15 मिनट तक माउंट एवरेस्ट पर रहने के बाद शीतल नीचे उतरीं। खास बात यह रही कि जिस समय बेटी ने एवरेस्ट पर झंडा फहराया, उस समय उसके पापा गांव में गेहूं काट रहे थे।
शीतल कंचनजंघा चढ़ने वाली सबसे कम उम्र की पर्वतारोही भी रह चुकी हैं।चन्द्रप्रभा ऐतवाल को मानती हैं अपना प्रेरणा श्रोत। माता पिता भी शीतल का पूरा साथ देते हैं जिससे उन्हें पहाड़ जैसी मुसीबतें भी नहीं रोक सकी। पिथौरागढ़ के एक छोटे से गांव की रहने वाली हैं. उनके पिता टैक्सी ड्राइवर और मां गृहणी हैं।
ऐसा रहा है शीतल का सफर :
उन्होंने डार्जलिंग में हिमालयन माउंटेनियरिंग इंस्टीट्यूट से माउंटेनियरिंग में कोर्स किया और इसके बाद कई अभियान पर गईं और सभी में पास भी हुईं।
NCC कैडेट रह चुकी हैं शीतल
2016 में माउंट स्तूक कांगरी पर की माउंटेनियरिंग
2017 में माउंट सतोपंथ भी कर चुकी हैं फतह
2018 में कंचनजंघा पर फहराई विजय पताका
16 मई 2019 – माउंट एवरेस्ट(8848 M ) फतह

विश्व में उत्तराखण्ड एवं देश का नाम रोशन करने वाली माउंटेन गर्ल शीतल राज को ढेर सारी शुभकामनाएं।

Hillywood News
Rakesh Dhirwan







