रुद्रनाथ दर्शन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की अनिवार्यता

0
147

इस वर्ष रुद्रनाथ पैदल यात्रा का आयोजन इको विकास समिति (ईडीसी) के माध्यम से किया जाएगा। यात्रा मार्ग पर ईडीसी द्वारा अस्थायी टेंट और भोजन की व्यवस्था की जाएगी, जिसके लिए एक निश्चित शुल्क निर्धारित किया जाएगा।

 

यह भी पढ़ें:होली पर बारिश की आहट, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी

 

 

दरअसल, पंचकेदारों में चतुर्थ रुद्रनाथ मंदिर के दर्शन और केदारनाथ वन्यजीव अभयारण्य में घूमने के लिए आने वाले पर्यटकों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण अनिवार्य किया गया है। एक दिन में केवल निर्धारित संख्या में ही श्रद्धालुओं और पर्यटकों को रुद्रनाथ की यात्रा पर भेजा जाएगा।

इस क्षेत्र की दुर्गमता और पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, एक निश्चित समय के बाद आगे की यात्रा के लिए अगले दिन का इंतजार करने की व्यवस्था की गई है। इससे स्थानीय स्तर पर श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए ठहरने और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी, जिससे आसपास के गांवों की आय में वृद्धि होगी ।

 

 

यह भी पढ़ें:इन्दर आर्य और तरुण की जुगलबंदी में ‘Thageli ‘पहाड़ का फोक और मॉडर्न फ्यूजन।

 

 

बता दें , केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग द्वारा इस वर्ष रुद्रनाथ पैदल यात्रा का आयोजन इको विकास समिति (ईडीसी) के माध्यम से किया जाएगा। इस दौरान यात्रा मार्ग पर आवास और भोजन की व्यवस्था ईडीसी द्वारा की जाएगी, जिसके लिए शुल्क निर्धारित किया जाएगा। सिरोली, ग्वाड़, गंगोलगांव, सगर, कुजौं-मैकोट और डुमक गांव से श्रद्धालु रुद्रनाथ और केदारनाथ वन्यजीव अभयारण्य की यात्रा कर सकेंगे। इन गांवों के ईडीसी द्वारा यात्राकाल के लिए अस्थायी आवास के लिए वन क्षेत्र में अस्थायी टेंट लगाने के लिए स्थान चिह्नित किए जा रहे हैं।

 

रुद्रनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को प्रशिक्षित गाइड की सुविधा भी मिलेगी। इसके लिए केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग द्वारा 30 से अधिक युवाओं को नेचर गाइड का प्रशिक्षण दिया गया है।रुद्रनाथ पैदल यात्रा को रोचक और सुविधा संपन्न बनाने की योजना है। यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा दी जा रही है।