रुद्रप्रयाग के विकासखंड जखोली के देवल गांव में एक गुलदार को पिंजरे में कैद कर लिया गया है। गुलदार के फंसने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। वन्य जीव विशेषज्ञों द्वारा परीक्षण के बाद यह पता चलेगा कि गुलदार आदमखोर है या नहीं। इस से पहले देवल गाँव में गुलदार द्वारा एक महिला को निवाला बनाया गया था।
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दरअसल, जखोली ब्लॉक के समीप कई गाँवों में गुलदार का आतंक लम्बे समय से देखने को मिल रहा था। जिसके बाद ग्रामीण ज्ञापन भी वन विभाग को दे चुके थे और आक्रोश रैली भी ग्रामीणों के द्वारा निकाली गई। वहीं 25 फरवरी की शाम को देवल गाँव में अपने खेत में घास काट रही 65 वर्षीय सत्येश्वरी देवी पर गुलदार ने हमला कर हत्या कर दी थी। इसके अलावा क्षेत्र में पहले भी गुलदार द्वारा पांच महिलाओं पर हमला किया गया था, जिसमें वे घायल हो गई थीं। इस घटना के बाद वन विभाग ने स्थानीय लोगों से सावधानी बरतने और जागरूकता बढ़ाने की अपील की है। वहीं गुलदार के हमले के बाद क्षेत्रवासियों में डर माहौल बना हुआ है। साथ ही वन विभाग से गुलदार को जल्द से जल्द पकड़ने की मांग की जा रही थी।
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जिसके बाद रुद्रप्रयाग वन प्रभाग की टीम ने गुलदार को पकड़ने के लिए व्यापक प्रयास किए। 25 ट्रेप कैमेरे, ड्रोन और चार पिंजरों की मदद से गुलदार को आखिरकार पिंजरे में कैद कर लिया गया। अब वन्यजीव विशेषज्ञ द्वारा गुलदार का परीक्षण किया जा रहा है।







